बसों में सुरक्षा नियमों के पालन में भारी लापरवाही की शिकायत आई हैं. 50 की क्षमता वाली बसों में 100-100 बच्चे ठूंस कर भेजे जाते हैं. बसों में फर्स्ट एड किट नहीं रखी होती है. बसों का रखरखाव भी ख़राब होता है. बस चालक सड़क नियमों का पालन नहीं करते. स्कूल बसों की सुरक्षा को लेकर सुप्रीम कोर्ट ने व्यापक निर्देश भी दिये हैं. कई स्कूल पालन भी करते हैं और ज़्यादातर नहीं भी करते हैं. जैसे किसी स्कूल के लिए बस या वैन किराये पर ली जाएगी तो उस पर ऑन स्कूल ड्यूटी लिखा होना चाहिए.