महाराष्ट्र के शिक्षक निर्वाचन क्षेत्र से विधान परिषद सदस्य श्री जगन्नाथ मोतीराम अभ्यंकर ने NDTV से बात करते हुए शिक्षा क्षेत्र में हो रही मनमानी पर सख्त टिप्पणी की है। उन्होंने कहा कि स्कूल यदि माता-पिता से जबरन डोनेशन मांगते हैं या बाजार से महंगी किताबें, यूनिफॉर्म और किट्स थोपते हैं, तो यह दंडनीय अपराध की श्रेणी में आता है और ऐसे मामलों में स्कूल की मान्यता यानी NOC भी रद्द हो सकती है। अभ्यंकर ने यह भी साफ किया कि हर दो साल में फीस की समीक्षा में माता-पिता की सहमति जरूरी है और इसके लिए पैरेंट टीचर एसोसिएशन (PTA) में उनकी भागीदारी बेहद अहम है