आज बात करेंगे 'लाइट ऑफ एशिया' की. यह एक किताब है. इस किताब के लेखक हैं पूर्व केंद्रीय मंत्री जयराम रमेश. आपको बता दें कि जयराम रमेश भारत की सभी भाषा जानते हैं. इस किताब के संदर्भ में जयराम रमेश ने एनडीटीवी से खास बातचीत की. उन्होंने किताब के बारे में एनडीटीवी से बात करते हुए कहा कि गौतम बुद्ध के व्यक्तित्व पर यह एक महाकाव्य था. 1879 में अंग्रेजी में पहले प्रकाशित हुआ था. उसके कुछ ही वक्त बाद इसका 13 यूरोपियन भाषाओं में अनुवाद हुआ, तब हिंदुस्तान में आया, फिर भारत में करीब 12 भाषाओं में इसका अनुवाद हुआ.