संगीतकार शिखर संतोष के साथ लता मंगेशकर ने अपना आखिरी गाना रिकॉर्ड किया था. लता दीदी के निधन पर शिखर संतोष ने उस आखिरी गाने से जुड़े अपने अनुभव बांटे. उन्होंने बताया कि लता दीदी को सिखाते हुए मेरे हाथ कांप रहे थे, तो उन्होंने कहा कि आप तो मेरे गुरु हो गए हैं. आप गाना सिखाइए, घबराइए नहीं.