महाराष्ट्र में मनाए जा रहे गणेश उत्सव का आज आखिरी दिन है. आज से गणेश विसर्जन का कार्यक्रम शुरू होता है. पूरे राज्य में इस मौके पर खास इंतजाम किए जाते हैं. बड़ी संख्या में लोग सड़कों पर होते हैं, लिहाजा सुरक्षा व्यवस्था भी मुस्तैद की जाती है. घर में विराजे गणपति बप्पा की प्रतिमा को नदी, तालाब या फिर पानी में विसर्जित किया जाता है. लोग 10 दिनों तक बप्पा की सेवा करने के बाद उन्हें विसर्जित करते हैं. कई लोग गणेश चतुर्थी (Ganesh Chaturdashi) के अगले दिन भी गणेश विसर्जन करते है, जिसे डेढ़ दिन के गणपति का विसर्जन कहा जाता है.