लॉकडाउन के दौरान बिहार के प्रवासी मजदूर काफी कठिनाइयों का सामना करते हुए अपने राज्य लौटे थे. कईयों की जान गई. एक बार फिर से मजदूर काम की तलाश में मुंबई लौट आए हैं. मजदूरों का कहना है कि वह मजबूरी में मुंबई लौटे हैं. बिहार में अच्छी सरकार मिले तो कोई अपने राज्य से बाहर क्यों जाएगा. गांव में रोजगार मिलेगा तो वह शहर क्यों आएंगे.