जिन कारखानों में कभी सजावट के सामान से लेकर सबसे तेज दौड़ने वाली कारों के कल पुर्जे तक बनाये जाते थे, उनके सामने बंद होने का खतरा मंडरा रहा है। खुर्जा के पॉटरी उद्योग पर प्रदूषण की तलवार लटक रही है। हज़ारों मज़दूरों के सामने रोज़ी रोटी का संकट पैदा हो गया है।