सूरत की एक कोर्ट द्वारा मानहानि के मामले में राहुल गांधी को दोषी ठहराए जाने के बाद विपक्ष की सियासी कवायद तेज हो गई है. दोषी ठहराए जाने के अगले ही दिन राहुल गांधी की संसद सदस्यता को रद्द कर दिया गया. इसके मद्देनजर विपक्ष नए सिरे से गोलबंद होता दिख रहा है.