संघ प्रमुख मोहन भागवत ने एक कार्यक्रम के दौरान कहा कि लिंचिंग हिंदुत्व के खिलाफ है और ऐसा करने वालों पर बिना किसी भेदभाव के सख्ती के साथ कार्रवाई होनी चाहिए.उन्होंने कहा कि भारत में इस्लाम का किसी तरह का खतरा नहीं है. उन्होंने ये भी कहा कि अगर कोई कि मुस्लिम देश में नहीं रह सकता तो वो हिंदु नहीं. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या इस बयान से मुस्लिम समाज में भरोसा बनेगा?