बिजली संकट की वजह से दिल्ली पसीने−पसीने है। सरकार के सामने जनता का गुस्सा झेलने की पहली चुनौती है। इसकी गंभीरता को समझते हुए खुद ऊर्जा मंत्री पीयूष गोयल ने इस पर बैठक की, लेकिन बैठक के बाद पुरानी सरकारों पर इल्जाम मढ़ने का खेल शुरू हो गया। मंत्री जी सिर्फ यह बता पाए कि दिल्ली को फौरन बिजली कटौती से निजात मिलने वाली नहीं है।