कर्नाटक में सांप्रदायिक ध्रुवीकरण तेज हो गया है. आपसी भाईचारे का वजूद खतरे में है. वार्षिक धार्मिक मेलों में अल्पसंख्यकों को दुकान नहीं लगाने दी गई और अब दक्षिणपंथी हिंदू संगठन की ओर से बीजेपी सरकार में अर्जी दी गई है कि मंदिरों के परिसरों से उन दुकानों को हटा दिया जाए जो हिंदुओं की नहीं है. इसे शह दे रहे हैं सरकार के मंत्री और विधायक.