Kargil War: वो सिर्फ़ 22 साल के थे जब उन्होंने देश के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया। वो शहीद हो गए लेकिन ऐसी बहादुरी दिखाई कि दुश्मन को भागना पड़ा। दुनिया उनको कैप्टन विजंयत थापर के नाम से जानती है।