लॉकडाउन में अपने पिता को साइकिल के पीछे बिठाकर गुड़गांव से 1300 किलोमीटर दरभंगा पहुंचने वाली ज्योति की चर्चा देश भर में हो रही है. रास्ता परेशानियों भरा था लेकिन ज्योति के हौसले ने उन्हें उनकी मंजिल तक पहुंचा ही दिया. ज्योति के पिता पहले ऑटो चलाकर अपने परिवार का पेट पालते थे लेकिन लॉकाडाउन से सारा काम बंद हो गया. इसके बाद ज्योति ने पुरानी साइकिल खरीदी और घायल पिता को लेकर अपने गांव चल पड़ी. ज्योति के हौसले की हर जगह तारीफ हो रही है और उसकी आगे की पढ़ाई के लिए भी आश्वसान दिया गया है. साइकलिंग फेडरेशन ऑफ इंडिया ने ज्योति को ट्रायल के लिए बुलाया है. अगर वे सफल हो जाती हैं तो उनको दिल्ली की नेशनल साइकलिंग अकादमी में दाखिला दिया जाएगा.