वित्तीय संकट से जूझ रही जेट एयरवेज ने अस्थायी रूप से कंपनी को बंद करने के लिए कर्जदाताओं से 400 करोड़ रुपये की अंतरिम निधि की मांग की, जबकि कंपनी का वर्तमान परिचालन बेड़ा घटकर पांच विमानों का रह गया है. नागर विमानन सचिव प्रदीप सिंह खरोला के मुताबिक, एयरलाइन ने मंगलवार को केवल पांच विमानों का ही संचालन किया, जबकि एक दिन पहले इसकी संख्या सात थी. वर्तमान नियमों के तहत किसी एयरलाइन को अपने एयर परिचालन परमिट को जारी रखने के लिए कम से कम पांच विमानों का परिचालन करने की जरूरत है.