जम्मू कश्मीर में जब भी चुनाव होते हैं तो विस्थापित कश्मीरी पंडितों का जिक्र जरूर होता है. दिलचस्प बात यह है कि इस बार बड़ी संख्या में कश्मीरी पंडित भी चुनावी मैदान में उतरे हैं. चूंकि कश्मीर घाटी में गिनती के ही कश्मीरी पंडित परिवार बचे हैं, इसलिए जिनसे ये उम्मीदवार वोट मांग रहे हैं वे राज्य के बहुसंख्यक मुस्लिम समुदाय से हैं। वक्त के साथ दोनों समुदायों का आपसी रिश्ता भी बदला है।