अश्कलॉन की सड़कों पर एक कार में चलते हुए एनडीटीवी के सहयोगी उमाशंकर ने स्थानीय दोस्त अविशाक एविनोअम के साथ बातचीत. वो बता रहीं हैं कि कैसे festive time होते हुए भी सड़कें खाली हैं. लोग अपने घरों के सेफ प्लेस में रहने को मजबूर हैं. पुराने घरों में सेफ प्लेस नहीं होता. लेकिन 1980 के बाद बनने वाले हर घर में सेफ प्लेस बनाना अनिवार्य कर दिया गया है.