20 महीने ही पुरानी हुई हैं बिहार विधानसभा की तस्वीरें. क्या घमासान हुआ था नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी के बीच. कोई मोदी की राजनीति की तुलना हिटलर से कर रहा था, तो मोदी नीतीश कुमार को अवसरवादी बता रहे थे, डीएनए में ख़राबी बता रहे थे. बिहार की जनता ने नीतीश लालू गठबंधन को ही चुना. जब जनादेश बीजेपी को नहीं मिला तो क्या बीजेपी को इस संकट में जनता से पूछने की अपनी नैतिकता का प्रदर्शन नहीं करना चाहिए था.