भारतीय सेना बड़े बदलाव करने की तैयारी में है. सेना में हथियारों की ख़रीद के लिए डेढ़ लाख नौकरियां ख़त्म करने पर विचार किया जा रहा है. इससे बचने वाले 5 से 7 हज़ार करोड़ रुपये से हथियार खरीदे जाएंगे. खर्च घटाने और नए एडवांस हथियार, उपकरणों की खरीद के लिए पैसा जुटाने के मकसद से यह कदम उठाया जाएगा. वर्तमान में आर्मी के कुल 1.2 लाख करोड़ के बजट में से 83 फीसदी उसके राजस्व व्यय और वेतन सहित कई अन्य मद में खर्च हो जाता है. इसमें सेना से रिटायर्ड लोगों का पेंशन शामिल नहीं है.