कहानी कोहली की, यूं ही कोई 'विराट' नहीं बन जाता

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  • प्रकाशित: फ़रवरी 24, 2025

India Win Against Pakistan: चैंपियंस ट्रॉफ़ी में भारत ने पाकिस्तान को शिकस्त देकर पिछली हार का बदला चुका दिया। भारत की इस जीत के नायक रहे विराट कोहली। उन्होंने एक छोर पर खड़े होकर भारत की जीत सुनिश्चिच की। पिच धीमी थी, स्पिनर ख़तरनाक हो सकते थे, तेज़ रन बनाने की कोशिश भी रिस्की थी। ऐसे में विराट अपने अनुभव के बल पर खेलते रहे। रनों की रफ़्तार भी बनाए रखी और ऊंचे शॉट खेलने का मोह भी छोड़े रखा। यह एक धीमी आंच में सुलगती पारी थी। पाकिस्तान के बल्लेबाज जो संतुलन साधने में चूक गए, वो विराट ने करीने से साधा। 36 साल की उम्र में उनके बल्ले ने जो कमाल दिखाया, उससे फिर याद आया कि वो दुनिया के महानतम बल्लेबाज़ों में क्यों गिने जाते हैं। ख़ास कर बड़े मैचों में जैसे वो अपने खेल के भीतर किसी संन्यासी की तरह पैठ जाते हैं।

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