असम में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर यानी एनआरसी की की अंतिम लिस्ट में 19 लाख 6,657 लोगों के नाम नहीं हैं जबकि इस लिस्ट में अब 3 करोड़ 11 लाख 21 हजार लोगों के नाम हैं. जिन लोगों को जगह नहीं मिली है उसमें असम में एआईयूडीएफ के विधायक अनंत कुमार मालो का भी हैं. इस मामले में असम राज्य में मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है. उन्होंने कहा, ''आप लोग सोचते हैं कि अगर हिंदू माइग्रेंट्स को शेल्टर देना जिन्हें धर्म के आधार पर एक देश से बाहर फेंक दिया गया हो, अगर ये कम्यूनल है तो हमें नहीं पता कि कम्यूनल की डेफ़ीनेशन क्या है.''