हिंदू शरणार्थियों से है सहानुभूति: हिमंत बिस्वा सरमा
प्रकाशित: अगस्त 31, 2019 06:14 PM IST | अवधि: 2:46
Share
असम में राष्ट्रीय नागरिकता रजिस्टर यानी एनआरसी की की अंतिम लिस्ट में 19 लाख 6,657 लोगों के नाम नहीं हैं जबकि इस लिस्ट में अब 3 करोड़ 11 लाख 21 हजार लोगों के नाम हैं. जिन लोगों को जगह नहीं मिली है उसमें असम में एआईयूडीएफ के विधायक अनंत कुमार मालो का भी हैं. इस मामले में असम राज्य में मंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने कहा कि भारत कोई धर्मशाला नहीं है. उन्होंने कहा, ''आप लोग सोचते हैं कि अगर हिंदू माइग्रेंट्स को शेल्टर देना जिन्हें धर्म के आधार पर एक देश से बाहर फेंक दिया गया हो, अगर ये कम्यूनल है तो हमें नहीं पता कि कम्यूनल की डेफ़ीनेशन क्या है.''