रफाल डील एक बाद फिर विवादों के घेरे में है. द हिन्दू अखबार के पूर्व संपादक व ग्रुप के चेयरमैन एन राम ने दावा किया है कि ये डील जल्दबाज़ी में की गयी जिस वजह से भारत पर दस हज़ार करोड़ खर्च बढ़ गया. उन्होंने दस्तावेजों के आधार पर ये भी कहा है कि इस डील फाइनल करने के दौरान रक्षा मंत्रालय के 3 अधिकारियों के सवालों को दरकिनार किया गया.