कल्कि भगवान बनकर लॉन्च हुए तमिलनाडू के एक बाबा के यहां 600 करोड़ की संपत्ति मिली है. लेकिन इससे बड़ी ख़बर यह है कि कल्कि भगवान देश छोड़ कर नहीं जाएंगे और आयकर विभाग का सामना करेंगे क्योंकि देश के कानून का सम्मान करते हैं. सही बात है, जिस देश के लोगों ने इतना पैसा दिया, उस देश के कानून पर विश्वास जता कर कल्कि भगवान ने देश का बड़ा सम्मान किया है. सीखना चाहिए विजय माल्या या नीरव मोदी को. कल्की भगवान को क्या डर है. वे भगवान हैं. भगवान भागते नहीं हैं. वी विजय कुमार नायडू कल्कि भगवान बनने से पहले जीवन बीमा में क्लर्क थे. वहां भी इनका काम जीवन की सुरक्षा ही था और अब नए रूप में जीवन की सुरक्षा ही है तभी तो उनके भक्त छापे के बाद भी बाबा के लिए ट्विटर पर सपोर्ट लेटर लिख रहे हैं. छापा इसलिए पड़ा क्योंकि बाबा ने रियल इस्टेट और कंस्ट्रक्शन कंपनियों में पैसा लगाया था. अगर आपको अफसोस हो रहा है तो मैं कुछ नहीं कर सकता. 2010 में आंध्र प्रदेश के हाईकोर्ट में इनके खिलाफ कई सारी याचिकाएं दायर हुई थीं. लेकिन इसका नतीजा क्या हुआ पता नहीं. अगर अब भी आपको लगता है कि इस समाज का कुछ हो सकता है तो आप संविधान पढ़ें. आर्टिकल 51-ए के हिसाब से वैज्ञानिक चेतना का प्रसार काम है सरकार और समाज का लेकिन जब बाबा खुद को ही विज्ञान और वैज्ञानिक घोषित कर दें तो इसमें संविधान का क्या कसूर. मैं चाहता हूं कि मंदी के इस दौर में बहुत से ऐसे लोग जो निराश हैं, जिन्हें बहुत दिन हो गए नोटों को देखे हुए.