उत्तर प्रदेश के प्रयागराज के दृश्यों ने मंगलवार को देश को झकझोर कर रख दिया. स्थानीय पुलिस छात्रावासों में घुस गई, दरवाजे तोड़ दिए गए और छात्रों के साथ मारपीट और गाली-गलौज की गई, जिन पर पुलिस को रेलवे बोर्ड परीक्षा के खिलाफ प्रदर्शन में हिस्सा लेने का संदेह था. आलोक पांडे और राजेश गुप्ता उस इलाके में छात्रों को खोजने के लिए फिर से निकले. ज्यादातर छात्र गरीब और ग्रामीण पृष्ठभूमि से आते हैं, जो सरकारी परीक्षा की तैयारी में छोटे-छोटे कमरों में सालों बिता देते हैं.