उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ख़िलाफ़ सोशल मीडिया पर कमेंट करने के मामले में यूपी पुलिस ने पांच लोगों को अब तक गिरफ़्तार किया है. इनमें से एक हैं फ्रीलांस पत्रकार प्रशांत कनौजिया, नोएडा से चलने वाले एक चैनल नेशन लाइव के दो एंकर और गोरखपुर के दो लोग. सोशल मीडिया पर इन सभी की पोस्ट को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की मानहानि के तौर पर लिया गया है और इसी लिए पुलिस तेज़ी से हरक़त में आई है. गिरफ़्तार लोगों में से तीन को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है. एक छठे आदमी के ख़िलाफ़ भी एफ़आईआर दायर की गई है. योगी आदित्यनाथ सरकार की इस कार्रवाई पर सवाल उठने लगे हैं. ख़ासतौर पर कोर्ट की इजाज़त के बिना जिस तरह से इस मामले में मानहानि का आरोप लगाकर गिरफ़्तारी की गई हैं उन पर सवाल उठ रहे हैं. क्या राज्य सरकार की सहनशीलता इतनी कम है कि कुछ सोशल पोस्ट पर ही वो ऐसी कार्रवाई कर सकती है?