भारत की विदेश नीति (India's Foreign Policy)पर पश्चिमी की ओर से बार-बार सवाल उठाए जाने पर विदेश मंत्री एस जयशंकर (S Jaishankar)ने दो टूक सुनाई है. उन्होंने कहा, ''भारत से अलग मत होने के बावजूद पश्चिमी देशों को भारत के साथ रहना सीखना होगा.'' विदेश मंत्री ने इस दौरान रेफरेंस के लिए पश्चिमी देशों का उदाहरण लेने के बजाय भारत के महाकाव्यों और किताबों से रेफरेंस लेने की बात कही.