अभिनेता सोनू सूद ने एनडीटीवी से बातचीत में कहा, ' प्रवासी मजदूरों की तस्वीरों ने मुझे विचलित किया. मैं नहीं चाहता था कि प्रवासियों के बच्चों के मने में उम्र भर के लिए इस त्रासदी की छाप रह जाए.' सोनू ने बताया कि वे अपनी एक दोस्त के साथ मिलकर खाना बांटने का काम कर रहे थे फिर उसके बाद ही उनके मन में मजदूरों को घर भेजने का ख्याल आया. सोनू ने बताया कि वे हजारों की संख्या में प्रवासियों को उनके घर पहुंचा चुके हैं.