पेट्रोल-डीजल (Petrol-Diesel prices) की कीमतें इस देश में इस वक्त बढ़ रही हैं, जब अंतरराष्ट्रीय बाजार में कच्चा तेल निचले स्तर पर है. शिवसेना नेता उर्मिला मातोंडकर (Urmila Matondkar)ने कहा कि जो लोग इन मुद्दों पर आंदोलन कर चुके हैं, वही BJP के नेता हर बार 70 साल के शासन की याद दिलाने लगते हैं. यूपीए (UPA) शासनकाल के 108 डॉलर प्रति बैरल के मुकाबले आधे दाम हैं, लेकिन सरकार खामोश हैं. केंद्रीय मंत्री भी तेल कंपनियों पर तोहमत मढ़ रहे हैं. पेट्रोल-डीजल के दामों की जगह से फल-सब्जियों के दाम भी बढ़ रहे हैं. मातोंडकर ने देश में विपक्षहीन तस्वीर दिखाने की कोशिश रही है, जनता खुद सवाल उठा रही है. देखें अभिनेत्री और शिवसेना नेता उर्मिला मातोंडकर से नगमा शहर की खास बातचीत