जमीयत उलेमा ए हिंद के अध्यक्ष मौलाना महमूद असद मदनी ने एनडीटीवी से कहा कि उनका नाम काफी है, उनके मुजरिम होने के लिए. इस समझ को नहीं बदला गया तो और बिखराव होगा. उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अभद्र टिप्पणियां की हैं, उनके लिए कानून अपना काम क्यों नहीं करता है.