निर्भया कांड के बाद कानून में बदलाव हुआ...कड़े प्रावधान किए गए....लेकिन तस्वीर नहीं बदल पाई है। महिलाओं के ख़िलाफ अपराध में साल दर साल इज़ाफ़ा हुआ है...चिंता की बात ये है कि रेप के मामलों में भी वृद्धि हुई है। मामले तो दर्ज हुए....लेकिन सज़ा की दर बेहद कम है।