प्रियंका गांधी के राजनीति में उतरने के फैसले के बाद अब इसके नफे नुकसान को लेकर चर्चा हो रही है। कांग्रेस का अपना गणित कह रहा है कि यूपी में खोई ताकत पाने में इससे मदद मिल सकेगी। कांग्रेस का यह भी मानना है कि प्रियंका के उत्तर प्रदेश संभाल लेने से राहुल गांधी देश के दूसरे राज्यों में ताकत लगा सके। कांग्रेस के हौंसलों का इस बात से अंदाजा लगाया जा सकता है कि वो बंगाल और आंधङ प्रदेश में अब अकेले चुनाव लड़ने की बात कह रही है। वैसे इन दोनों ही राज्यों में उसके पास खोने को कुछ नहीं है। लेकिन इससे इन राज्यों में महागठबंधन की संभावनाएं खत्म हो जाती हैं।