एक आया, दूसरा गया. बीजेपी के लिए पिछले कुछ घंटों में दक्षिण भारत में कुछ ऐसा ही हुआ. जहां कर्नाटक में उसे जनता दल सेक्युलर के रूप में नया सहयोगी और एनडीए का नया घटक मिला तो वहीं उसके कुछ ही घंटों के बाद तमिलनाडु से खबर आई कि एआईएडीएमके ने बीजेपी से रिश्ता तोड़ लिया.