हाथरस हादसे (Hathras Stampede) में अभी तक 121 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि ऐसे कितने ही लोग हैं जो इस हादसे के बाद से ही अपनों से बिछड़ गए हैं. NDTV, हाथरस से आपके लिए अपनी ग्राउंड रिपोर्ट के दौरान उन लोगों का दर्द सामने लेकर आ रहा है, जो इस हादसे के बाद से ही अपनों को ढूंढ़ने में एक अस्पताल से दूसरे अस्पतालों का चक्कर लगा रहे हैं. उर्मिला देवी भी उन भक्तों में से एक हैं जो मंगलवार को भोले बाबा के सत्संग में शामिल होने हाथरस आई थीं. इस दौरान उनके साथ उनकी पोती भी थी. अब उर्मिला अपनी पोती की तलाश के लिए एक शहर से दूसरे शहर और एक अस्पताल से दूसरे अस्पतालों के चक्कर लगा रही हैं. NDTV ने जब उर्मिला देवी से बात की तो उनके आंसू छलक गए. उन्होंने हमें बताया कि जिस समय सत्संग के बाद भगदड़ मची उस दौरान मेरी पोती मेरे साथ थी.