Hathras School Case: हम इक्कीसवीं सदी में हैं। इस सदी में डरावने अंधविश्वासों की जगह नहीं होनी चाहिए। लेकिन समाज शायद एक साथ कई सदियों में जीते हैं। जिस समय हम एआई और माइक्रोचिप की बात कर रहे हैं, उस समय अंधविश्वास बच्चों की बलि भी ले रहा है। हम आपको बता रहे हैं हाथरस की कहानी जो दिल्ली से बहुत दूर नहीं है। यहां एक स्कूल चलाने के लिए एक मासूम बच्चे की बलि दे दी गई। ये बच्चा बस दूसरी में पढ़ता था- उसी स्कूल में, जहां उसकी जान ले ली गई।