पीड़ित परिवार का कहना है कि वो अब ऊंची जाति के डर से गांव में नहीं रहना चाहते. उधर सुरक्षा के नाम पर पीड़ित परिवार के घर और दरवाज़े पर सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए हैं. कौन आ रहा है और परिवार क्या कर रहा है अब इसकी ख़बर प्रशासन को रहेगी. 100 घरों के इस गांव में सिर्फ़ 4 घर दलितों के हैं, बाक़ी लगभग सारे घर ऊंची जाति के लोगों के और सभी चार आरोपी भी ऊंची जाति के हैं. तमाम सुरक्षा के बावजूद दहशत के कारण पीड़ित परिवार का कहना है कि वो अब इस गांव नें नहीं रहेंगे.