जेल से 16 साल बाद रिहा हुए पूर्व सांसद आनंद मोहन ने अपना पहला बयान दिया है. सन 1994 में गोपालगंज के तत्कालीन जिलाधिकारी की हत्या को केस में दोषी ठहराए जाने के बावजूद आनंद मोहन ने दावा किया है कि वे "निर्दोष" हैं. उन्होंने कहा, "मैं कानून और संविधान में विश्वास करता हूं और बिना किसी शिकायत के 15 साल से ज्यादा जेल की सजा काट चुका हूं. अगर सरकार को लगता है कि मैं दोषी हूं तो मैं फांसी पर लटकने के लिए तैयार हूं."