Bengaluru News: राशिद अली सिद्दीकी, आयशा, हनीफ मोहम्मद और रुबीना पाकिस्तान से भारत आते हैं और फिर खुद को हिंदू बताने लगते हैं. कुछ समय बाद इन चारों ने फर्जी पहचान बताकर ना सिर्फ भारतीय पासपोर्ट बनवा लिया, बल्कि धर्म प्रचार का काम भी करने लगे थे. अब जिगनी पुलिस ने सोमवार को एक ऑपरेशन में सभी को गिरफ्तार कर लिया है. बताया जा रहा है कि ये पिछले 6 सालों से कथित तौर पर फर्जी पहचान के साथ बेंगलुरु के बाहरी इलाके में रह रहे थे. यह गिरफ्तारी एनआईए द्वारा असम उल्फा आईईडी मामले में एक फरार आरोपी को गिरफ्तार करने के ठीक बाद हुई है, जो सुरक्षा गार्ड के रूप में जिगनी में छिपा हुआ था.