अहमदाबाद में आयोजित 'ग्लोबल इंडोलॉजी कॉन्क्लेव' में अदाणी समूह के चेयरमैन गौतम अदाणी ने शिरकत की और मुख्य वक्ता के तौर पर संबोधन दिया. उन्होंने चेतावनी दी कि मौजूदा रूप में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) भारतीय संस्कृति-सभ्यता, भाषा और पहचान के लिए गंभीर खतरा बन सकता है. क्योंकि ज्यादातर AI मॉडल पश्चिमी डेटा पर आधारित हैं. इस चुनौती से निपटने के लिए अदाणी ने पांच ठोस समाधान सुझाए, जिनमें सबसे अहम है... भारत-केंद्रित डिजिटल कॉर्पस तैयार करना. इस मिशन को गति देने के लिए गौतम अदाणी ने 100 करोड़ रुपये देने की घोषणा की. उन्होंने कहा, 'हम वो दायित्व निभा रहे हैं जो समय ने हमें सौंपा है' और भारतीय ज्ञान-परंपरा को डिजिटल युग में सुरक्षित रखने की जरूरत पर जोर दिया.