Abu Salem Encounter: कहते हैं कि बिल्ली की नौ जिंदगियां होतीं है। कुछ ऐसा ही मामला अबू सलेम का भी है। मैं अगर किसी अंडरवर्लड डॉन को सबसे शातिर दिमाग मानता हूं तो वो डॉन है अबू सलेम। अगर अबू सलेम अबसे 22 साल पहले अगर पुर्तगाल में न पकडा जाता तो शायद अब तक भारत में फांसीं कं फंदे पर लटका दिया जाता। उसका वही हश्र होता जो कि मुंबई बमकांड के आरोपी याकूब मेमन का हुआ था, जिसे कि 30 जुलाई 2015 को नागपुर की जेल में फांसी दे दी गयी थी। अबू सलेम भी 12 मार्च 1993 को हुए मुंबई में हुए सिलसिलेवार बम धमाकों की साजिश का हिस्सा था, लेकिन उसे फांसी के बजाय उम्रकैद की सजा हुई।