जी-7 का निर्माण तो दुनिया के शीर्ष सात देशों ने आज से 49 साल पहले किया था. तब से लेकर अब तक दुनिया बहुत बदल चुकी है। भारत और चीन जैसे देश बहुत मजबूत अर्थव्यवस्था के रूप में उभर चुके हैं. इन सबके बीच जी-7 का मौलिक एजेंडा तो पर्यावरण की रक्षा और वैश्विक अर्थव्यवस्था जैसे मुद्दे हैं लेकिन अबकी बार रूस यूक्रेन युद्ध जैसे मुद्दे भी खास रहे हैं.