वो न्यायपालिका जिसे देश की सबसे मज़बूत, स्वतंत्र और निषपक्ष संस्था माना जाता है, उस पर इसी कोर्ट के 4 वरिष्ठ जजों ने चीफ जस्टिस पर अभूतपूर्व हमला बोला है. कहा है लोकतंत्र खतरे में है. शुक्रवार को जो कुछ हुआ वो न तो पहले कभी हुआ और न सुना. जब देश की सबसे बड़ी अदालत के चीफ जस्टिस पर उनके ही 4 जज इस तरह से सरे आम हमला कर रहे हों. 4 जजों ने लोकतंत्र और न्यायपालिका को बचाने की दलील दी, कहा - आज न बोलते तो आने वाली पीढ़ी उन पर आत्मा के बेच देने का आरोप लगाती.