तेलंगामा एनकाउंटर पर पुलिस की हर थ्योरी पर सवाल उठ रहे हैं. पुलिस कहती है कि अपराधी अनुभवी थे, उनसे हथियार छीन कर चलाने लगे. अनुभवी थे फिर भी किसी पुलिस वाले को गोली नहीं लगी. पुलिस की गोली से चारों के चार आरोपी मर गए. आरोपियों ने पत्थर से भी पुलिस पर हमला किया. दोनों घायल पुलिस वालों की मेडिकल बुलेटिन कहती है कि एक जवान के माथे पर कुछ खरोंचे आईं हैं. दूसरे के हाथ और कंधे पर गहरा जख्म है. इस मामले में यूपी के पूर्व डीजीपी प्रकाश सिंह ने एनडीटीवी से कहा, 'जनमानस में भले ही खुशी हो लेकिन एक न्यायिक प्रकिया के बाद अगर आरोपियों को सजा मिलती तो ज्यादा अच्छा होता. मौके पर न्याय देने में बहुत खतरा है क्योंकि अगर ऐसा होने लगा तो और मामलो में भी ऐसा ही होने की कोशिश होगी.'