दो बार के पार्षद और एक बार विधायक रहे जीतेंदर सिंह शंटी राजनीति छोड़कर ज्यादातर वक्त सीमापुरी के श्मशान घाट में ही रहते हैं. उन्होंने कोविड काल में 4000 से ज्यादा शवों का अंतिम संस्कार करवाया. सरकार ने उन्हें पद्मश्री से नवाजा है. शंटी ने कहा कि कोविड काल याद करता हूं, तो रात को नींद नहीं आती है. एक महीने में 4,000 शवों का अंतिम संस्कार करवाया है. इस बार पद्मश्री जमीन पर काम करने वालों को मिला. जीतेंदर सिंह शंटी से हमारे सहयोगी रवीश रंजन शुक्ला की बातचीत...