बहरापन दो तरह का होता है। एक बचपन से जो आनुवांशिक हो सकता है दूसरा बड़े होने पर जो धीरे-धीरे सुनने की शक्ति कम जाती है। तीसरा व्यक्ति को तब बहरेपन की शिकायत हो जाती है जब वह खुद इसे आमंत्रित करता है जैसे, तेज शोर से, हेडफोन के ज्यादा प्रयोग से आदि...