तीनों कृषि कानूनों के खिलाफ किसानों ने शनिवार को राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की पुण्यतिथि पर एक दिन का अनशन किया. किसानों ने इसे सद्भावना दिवस के तौर पर मनाया. किसानों का कहना है कि ट्रैक्टर रैली में हुई हिंसा एक साजिश है. सिंघु, गाजीपुर और टीकरी बॉर्डर पर अनशन रखा गया. किसान नेताओं का कहना है कि किसी एक समूह की गलती के लिए सारे किसानों की देशभक्ति पर सवाल नहीं उठाया जा सकता. किसान सीमा की सुरक्षा के लिए बेटों को भेजता है और पेट की सुरक्षा के लिए अन्न उगाता है.