किसान आंदोलन में समर्पण करने की बजाय अड़ जाने पर राकेश टिकैत और उनके भाई नरेश टिकैत का कद बढ़ गया है. नरेश टिकैत ने माना कि उन्होंने बीजेपी को समर्थन दिया था, उनका कहना है कि हमने सरकार को समर्थन जमीन पर चलने के दिया था, उड़ने के लिए नहीं. अगर वे उड़ने की कोशिश करेंगे तो हम उन्हें जमीन दिखा देंगे. हर राजनीतिक पार्टी को घूम फिरकर यहीं आना होगा. किसान आंदोलन के 71 दिन पूरे हो गए हैं. राकेश टिकैत गाजीपुर बॉर्डर पर डेरा डाले हुए हैं, जबकि नरेश टिकैत महापंचायत कर समर्थन जुटा रहे हैं.