मध्यप्रदेश में जय किसान ऋण मुक्ति योजना के तहत किसान कर्जमाफी के फॉर्म भरने लगे हैं, लेकिन जो लिस्ट सरकारी दफ्तरों में चिपकाई जा रही है उससे किसान खासे परेशान हैं. किसी के नाम के आगे 30 रुपये की कर्जमाफी है तो किसी के सवा सौ. सबसे बड़ी दिक्कत राष्ट्रीयकृत बैंकों से है जहां से सूची अंग्रेजी में आ रही है. किसान कह रहे हैं इसे पढ़ना उनके बस की बात नहीं.