किसानों का आरोप है कि सरकार किसान आंदोलन (Farmers Protest) में फूट डालने की कोशिश कर रही है. किसान नेता कमलप्रीत पन्नू ने कहा है कि सरकार को हम यह यकीन दिलाने में सफल रहे हैं कि ये कृषि कानून (Farm Laws) ठीक नहीं हैं. सरकार की ओर से पेश संशोधन इसकी पुष्टि करते हैं. किसान सरकार से आगे बातचीत को तैयार हैं, साथ ही अपनी और आपत्तियां भी रखेंगे. पन्नू ने कहा कि प्रधानमंत्री और सरकार के नेता अलग-अलग भाषा बोल रहे हैं. किसान 14 दिसंबर को अनशन पर बैठेंगे.