महाराष्ट्र में सूखे के कारण जहां किसान बेहाल हैं, वहीं अब आरटीआई से जो जानकारी मिली है, उससे पता लगता है कि किसानों की हालत वाकई में गंभीर है. राज्य में 2015 से 2018 के बीच 11995 किसानों ने आत्महत्या की, यह 2011 से 2014 के बीच हुई आत्महत्या से दोगुनी हैं.