बीएसपी से निकाले गए नेता नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने मायावती पर कई संगीन आरोप लगाए. उन्होंने कहा कि मायावती ने मुझसे 50 करोड़ रुपये मांगे. उन्होंने ये भी कहा मुझे प्रॉपर्टी बेचकर पैसे देने को कहा गया, हालांकि मेरे पास उतनी संपत्ति भी नहीं है. नसीमुद्दीन सिद्दीकी ने ये भी आरोप लगाया कि उनकी बेटी की मौत हो जाने के बाद भी मायावती ने उन्हें उसके अंतिम संस्कार में नहीं जाने दिया. नसीमुद्दीन सिद्दीकी का दावा है कि उस वक्त वो मायावती के चुनाव प्रभारी थे. उन्होंने सतीश मिश्रा और मायावती के भाई पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया. इसके जवाब में मायावती ने नसीमुद्दीन को ब्लैकमेलर ठहराया है.