मध्यप्रदेश के सिंगरौली में 6 और 7 अगस्त की रात को भारी बारिश के दौरान एसआरके थर्मल पावर प्लांट के एक बांध की दीवार टूट गई. इस बांध में पावर प्लांट से निकलने वाली राख जमा की गई थी जो काफ़ी ज़हरीली होती है. पानी के साथ ये राख आसपास के किसानों की क़रीब 200 एकड़ ज़मीन पर फैल गई जिससे किसानों के खेत हमेशा के लिए बंजर हो गए हैं. खेती पर निर्भर इन किसानों का सामने अब भूखे मरने की नौबत आ गई है. स्थानीय लोगों और पीड़ितों ने इस घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग कर दोषियों के ख़िलाफ़ कार्रवाई की मांग की है. इस बीच ज़िला प्रशासन ने प्लांट के मालिक एस्सार पावर को निर्देश दिया है कि वो पीड़ितों को 50 लाख रुपए मुआवज़ा दे.